☀ ♥ अप्रैल , 2024 : दिन - :: ♥ ♥ : ''एक नई दिशा' में आप सभी का हार्दिक अभिनन्दन है ! -- जय श्री राम !॥ !♥ ♥" ♥☀ ♥

शनिवार, 14 मई 2016

तलाक़

Talak in Hindi

जीवन में हम सभी रोज किसी न किसी उलझनों से घिरे रहते हैं। कुछ उलझन तो बिन बुलाये आ जाते हैं ,और कुछ हमारे द्वारा निमंत्रण देने पर आते हैं, जिसके लिए हम खुद जिम्मेदार होते हैं।

एक वो भी दौर हुआ करता था, जब शादी हो जाने के बाद पति -पत्नी एक दूसरे के ऊपर अपना सारा जीवन न्योछावर कर देते थे। एक दूसरे की भावनाओं का  सम्मान करते थे व एक दूसरे में अपनी पूरी दुनियाँ समझकर जीवन जीते चले जाते थे। हमने कभी भी ये नहीं सुना होगा कि दादा -दादी में नहीं निभी तो उन लोगों ने तलाक ले लिया। या फिर ताऊ जी, जो ज्यादा बड़ी माँ पर गुस्सा करते थे, तो ताई जी ने अलग होने का निर्णय ले लिया। ऐसा तो हमने अपने माता -पिता के साथ भी नहीं देखा। पर आजकल की पीढ़ी ,जो जरा सी परेशानी की हवा क्या चली एक दूसरे का मुँह तक नहीं देखना चाहते। थोड़ी सी ऊंच -नीच होने पर उनको एक मिनट भी नहीं लगता- अलग होने का फैसला लेने में। सच कितनी मॉडर्न हो गई है आज कल की  पीढ़ी !

शुक्रवार, 6 मई 2016

छल भाग-2

Chhal Part-2 in Hindi


इस कहानी को आरम्भ से पढ़ने के लिए यहाँ क्लिक करें। 

करन ने  नेहा को कॉल लगाई, फिर नेहा ने करन से कहा ," तुमने पहले कितने लड़कियों के साथ रात गुजारी है ? " नेहा की बात सुन करन हतप्रभ रह गया। चार दिनों तक वह ठीक से खाना भी नहीं खा सका। फिर करन ने खुद को सम्भाला और अगले दिन करन ने कॉल फिर से  लगाया ,पर नेहा का फोन नहीं उठ रहा था, जैसे वह जान बूझ कर करन को तड़पाने के लिए ऐसा कर रही थी। फिर करन की नेहा से बात हुए एक महीना होने को आया।

करन रोज मार्केट जाता था ,इसी आशा  में की कही नेहा की एक झलक देखने को मिल जाये। फिर एक दिन संजोगवश  नेहा की सहेली बैंक में मिल गई ,उसने बताया ,"नेहा अब I.A.S. की तैयारी कर रही है। उसने कहा है कि तुम अगर नेहा से शादी करना चाहते हो तो तुमको I.A,S. Clear करना होगा।तभी वो तुमसे शादी करेगी ,वरना उसे भूल जाओ।"

बुधवार, 4 मई 2016

छल भाग-1

Chhal Part-1 in Hindi

मैं आज बहुत खुश हूँ। आप सभी के विचार Comment के द्वारा  मुझ तक पहुंच रहे हैं। आप सभी Viewers, जिन्होंने  Comments किया और जिन लोगों ने नहीं किया उनका भी,  तहेदिल से शुक्रिया !

छलावा - इसे  हम आँखों का भ्रम भी कह सकतें हैं। कुछ चीजें ना होने पर भी हमें उनके होने का अहसास होता है और ये हमारी भावनाओं को भी कष्ट पहुँचा देती हैं। बहुत से ऐसे लोग होंगे, जो सामने वाले की Activity देखकर भ्रमित हो जाते  हैं। उनको अच्छा या बुरा समझ लेते हैं और उनसे धोखा खा जाते हैं। तो क्या इसमें दोष किस व्यक्ति का होता है ? सिर्फ धोखा खाने वाले का या फिर धोखा देने वाले का भी । मैं ये जानती हूँ कि इस प्रश्न का उत्तर देना थोड़ा कठिन कार्य है। पर हमें खुद को इस भ्रम के चक्कर से बचाकर  रखना चाहिए। ताकि कोई हमारा फायदा ना उठा सके व हमारी कोमल दिल की भावनाओं को कोई आहत ना कर सके।

शनिवार, 30 अप्रैल 2016

फुरसत के दो पल

Furasat Ke Do Pal in Hindi

आज कल हम सभी को क्या हो गया है  ? हम सभी किस अंधी दौड़ में शामिल होते जा रहे हैं  ? हमारा सुबह उठने के बाद सिर्फ एक ही लक्ष्य हो गया है- कामयाबी और पैसा कमाना । पर क्या आपने कभी ये सोचा है कि जब हम सभी जीवन के ऐसे मोड़ पर पहुँचेंगे, जब हमें ये दोनों चीजें हासिल तो हो गई होंगी तो  फिर  हमें याद आएंगे हमारे वो बीते हुए अनमोल पल, जो हमने यूू  ही  भाग -दौड़ में गवां दिए और जब अपने बच्चों को अपनी Life Enjoy करते देखेंगे तो हमारा दिल खुद को क्या माफ़  कर   सकेगा ?

हमारे चेहरे  की सिलवटे हमसे सवाल करेंगी कि   हमने खुद के खुशियों का गला क्यों घोट दिया  ? क्या वो लम्हे हमें फिर से कोई जीने को दे सकता है  ? नहीं ना ! ये हम सभी जानते व मानते है कि कही हुई बात और बीता  हुआ समय कभी लौट कर नहीं आता। तो क्या अपने और अपने दिल से अजीज लोगो के साथ हम सही कर रहे हैं ? अब कौन  सा समय निकल गया है इस भाग-दौड़  की Life में कुछ    मीठे पल  हमारे उन अपनों  के नाम कर दीजिये जिन्होंने अपने जीवन को हमारे लिए  समर्पित किया है।

बुधवार, 27 अप्रैल 2016

खुल कर जिओ


ऐसा हमारे साथ अक्सर होता है  कि हम  सामने वाले की कही बातों को मन से लगा लेते हैं और वो बातें हमारे मन पर इस प्रकार हावी  जाती हैं कि उनसे बाहर निकल पाना हमारे लिए बहुत मुश्किल हो जाता है। मैंने भी अपनी इसी कमजोरी के कारण न जाने कितने वर्षों तक खुद से संघर्ष किया है मगर आज मैं  लोगों के विचारों से खुद के मन को आहत नहीं होने देती हूँ।

 जब भी कोई ऐसे  व्यक्ति का विचार जो मेरे मन को दुखी करता है तो मैं  स्वतः ही उससे बाहर  निकलने का प्रयास करती हूँ और मैं उसमे कामयाब भी हो जाती हूँ। सच मानिये मेरे पास ऐसा कोई भी नहीं है, जिसके साथ मैं  अपनी परेशानियों को बाँट  सकूँ। मगर मैंने जीवन से सीखा  है कि जब भी बुरे विचार  हावी हो तो उनको तुरंत मन से झटक देना चाहिए। और नकारात्मक विचार वाले लोगों से दूरी बनाकर रखना चाहिए। ऐसा सभी  के साथ होता होगा। जब हमें कोई दिल को चुभने वाली बात कहता है तो हमारा मन  उदास हो जाता है।