शनिवार, 20 मई 2023
जीवन के रंग
बुधवार, 26 अप्रैल 2023
जीवंतता
रविवार, 29 मई 2022
आईना

शुक्रवार, 29 अप्रैल 2022
सुख और दुःख

सुख और दुःख जीवन के महत्वपूर्ण पहलू है। जब बच्चा जन्म लेता है , तो माँ को न जाने कितने कष्टों का सामना करना पड़ता है और उसके आँख खोलते ही सारे दुःख ख़ुशी में परिवर्तित हो जाते है। संसार में जन्म लेने वाला कोई भी व्यक्ति इस सुख -दुःख के चक्कर से बच नहीं सका है। जब कभी हम दुखी होते हैं , तो हम बहुत अधिक निराश हो जातें हैं। हमें लगता है कि ये समय कब बीतेगा ,कैसे बीतेगा।
और जब हम खुशियों के दिनों को एन्जॉय करते है तो हम अपने उन दिनों का स्मरण भी नहीं करना चाहते है। मगर ये सुख -दुःख हमारे जीवन की परछाईयाँ है, जिनसे हम कभी भाग नहीं सकते और जब हम जीवन में आये मुश्किलो से घिर जाते है तो तभी हमें अपने और परायों की परख होती है। क्योकि जो लोग हमारे अच्छे दिनों के साथी होते है उनमें से ही कुछ लोग ऐसे भी होते हैं , जो परेशानियों में हमसे सारे रिश्ते-नाते तोड़ लेते हैं।
रविवार, 9 जनवरी 2022
आत्म-मंथनः सफलता की कुंजी
सोमवार, 11 अक्तूबर 2021
मुस्कुराहट

शुक्रवार, 14 मई 2021
विवेक

गुरुवार, 6 मई 2021
कोरोना को हराना, हमनें है ठाना

रविवार, 25 अप्रैल 2021
नव-सृजन

रविवार, 4 अप्रैल 2021
मूल्य जिंदगी का !

दादी से सौम्या की परेशानी देखी न गई और उन्होंने सौम्या को अपने पास बुलाया और अपनी गोद में सौम्या का सर रखा। सौम्या ने अपनी परेशानी दादी से कह दी। उसने बताया कि उसने दसवीं व बारहवीं कक्षा तो बहुत ही अच्छे नम्बर से पास कर लिया पर बी.ए. फस्ट ईयर की परीक्षा में उसे फेल होने का डर लग रहा हैै। उसने कहा कि अगर वह फेल हो गई तो वह अपनी जान दे देगी और ऐसा कहकर वह रोने लगी। दादी माँ ने उसे ऐसे परेशान कभी नहीं देखा था।
उन्होंने एक दम से कहा,‘‘तो फिर बेटा परिणाम का इन्तजार क्यूँ ? अभी दे दो अपनी जान, खतम कर दो अपनी जिन्दगी। अगर तुम्हें अपने परिणाम पर भरोसा नहीं है तो इन्तजार किस बात का ? पर क्या तुमने कभी सोचा है
शनिवार, 20 मार्च 2021
तपिश की ठंडक

गुरुवार, 28 जुलाई 2016
लकीरें किस्मत की

गुरुवार, 21 जुलाई 2016
अधूरे सपने

बुधवार, 27 अप्रैल 2016
खुल कर जिओ

सोमवार, 4 अप्रैल 2016
नये-पुराने

शुक्रवार, 25 मार्च 2016
सकारात्मक सोच

शुक्रवार, 18 मार्च 2016
पेन्सिल

बुधवार, 16 मार्च 2016
अंतर्मन

गुरुवार, 3 मार्च 2016
कर्मयोग
