मैं आज बहुत खुश हूँ। आप सभी के विचार Comment के द्वारा मुझ तक पहुंच रहे हैं। आप सभी Viewers, जिन्होंने Comments किया और जिन लोगों ने नहीं किया उनका भी, तहेदिल से शुक्रिया !
छलावा - इसे हम आँखों का भ्रम भी कह सकतें हैं। कुछ चीजें ना होने पर भी हमें उनके होने का अहसास होता है और ये हमारी भावनाओं को भी कष्ट पहुँचा देती हैं। बहुत से ऐसे लोग होंगे, जो सामने वाले की Activity देखकर भ्रमित हो जाते हैं। उनको अच्छा या बुरा समझ लेते हैं और उनसे धोखा खा जाते हैं। तो क्या इसमें दोष किस व्यक्ति का होता है ? सिर्फ धोखा खाने वाले का या फिर धोखा देने वाले का भी । मैं ये जानती हूँ कि इस प्रश्न का उत्तर देना थोड़ा कठिन कार्य है। पर हमें खुद को इस भ्रम के चक्कर से बचाकर रखना चाहिए। ताकि कोई हमारा फायदा ना उठा सके व हमारी कोमल दिल की भावनाओं को कोई आहत ना कर सके।